वाराणसी, 27 नवम्बर, 2025 सेवानिवृत्त रेलवे पेंशनरों की सुविधा हेतु रेलवे बोर्ड द्वारा राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र अभियान (डी.एल.सी.) 4.0 चलाया जा रहा है।

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वाराणसी, 27 नवम्बर, 2025 सेवानिवृत्त रेलवे पेंशनरों की सुविधा हेतु रेलवे बोर्ड द्वारा राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र अभियान (डी.एल.सी.) 4.0 चलाया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मण्डल पर डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र को बढ़ावा देने के लिये डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र (डी.एल.सी.) 4.0 कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर पेंशनर जागरूकता कैम्प का भी आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज 27 नवम्बर,2025 को वाराणसी मंडल के न्यू लोको कांलोनी स्थित इन्द्र प्रस्थ समुदाय हांल में मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी आशीष जैन के अध्यक्षता में तथा वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अभिनव कुमार सिंह के संयोजन में डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र (डी.एल.सी.) 4.0 पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अभिनव कुमार सिंह,वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक राजेश कुमार, अपर महाप्रबंधक/यूनियन बैंक  प्रेम नाथ राय, शाखा प्रबंधक /बैंक ऑफ इण्डिया मो शाहदाब आलम, शाखा प्रबंधक/ स्टेट बैंक शशांक प्रताप एवं पूर्वोत्तर रेलवे पेशनर्स एसोसिएशन मंडल अध्यक्ष प्रदीप कुमार श्रीवास्तव,एन ई रेलवे मेंस कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय समेत कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि गण उपस्थित थे ।मंडल रेल प्रबंधक जैन ने कार्यशाला में उपस्थित मेरे साथी अधिकारीगण, यूनियन के माननीय सदस्य, पेंशनर एसोसिएशन के प्रतिनिधि, बैंक अधिकारियों, इस अभियान में आए सभी पेंशनर्स स्वागत करते हुए बताया की हम सभी Nationwide Digital Life Certificate Campaign 4.0 के अंतर्गत आयोजित मेगा कैम्प में एकत्र हुए हैं।

यह कैम्प न केवल जीवन प्रमाणपत्र प्रक्रिया को सरल बनाने का प्रयास है, बल्कि इसका उद्देश्य ऐप आधारित एवं डिजिटल माध्यमों से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (DLC) कैसे प्राप्त करें, इस बारे में व्यापक जागरूकता फैलाना भी है। इस अभियान में शामिल बैंकों के अधिकारियों का मैं विशेष रूप से स्वागत करता हूँ, क्योंकि उनके सहयोग से यह सुविधा पेंशनर्स तक सुगमता से पहुँच रही है। इस कैम्पेन के माध्यम से सरकार का उद्देश्य है कि पेंशनर्स को बैंकों में लाइन लगाने की आवश्यकता न पड़े और वे अपने मोबाइल या डिजिटल साधनों से ही आसानी और पारदर्शिता के साथ जीवन प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकें। कार्मिक विभाग (Personnel Department) की टीम आज आपको इन डिजिटल ऐप्स और प्रक्रियाओं के उपयोग पर एक विस्तृत प्रस्तुति देगी,

ताकि आप सभी DLC को बिना किसी परेशानी के स्वयं अपलोड कर सकें। रेलवे सदैव अपने पेंशनर्स के कल्याण और सुविधा के लिए तत्पर रहा है, और हमारा कार्यालय इस जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा से निभा रहा है। उन्होंने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये कहा कि भारत सरकार के निर्देश पर सम्पूर्ण भारत में राष्ट्रव्यापी स्तर पर डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आज यह आयोजन किया गया है।डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र के मामले में अभी की स्थिति बहुत अच्छी है। ज्यादातर पेंशनरों का डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र बनाया जा चुका है। शेष बचे पेंशनरों का भी डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र शीघ्र ही बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र इमें बैंकों की महती भूमिका है। चूँकि बैंक में सभी पेंशन खाते आधार, पैन कार्ड एवं मोबाइल नम्बर से अपडेट होते हैं इसलिये 100 प्रतिशत पेंशनरों का बैंकों द्वारा डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र (डी.एल.सी.) शीघ्र ही बना दिया जाना चाहिये,

ताकि आगे इस तरह के कार्यशाला की आवश्यता न पड़े।इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अभिनव कुमार सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि वाराणसी मंडल के पारीक्षेत्र में जो भी बैंक हैं वे 100 प्रतिशत डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र (डी.एल.सी.) का कार्य शीघ्र पूरा करें, जिससे कि सेवानिवृत्त रेल कर्मचारियों एवं उनके परिजनों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र (डी.एल.सी.) बनाने से सम्बन्धित बैंकों द्वारा दिये जा रहे पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन का वीडियो बनाकर सभी पेंशन खाताधारकों को सरकुलेट करने का निर्देश दिया। खासतौर से ग्रुप-डी के पेंशनरों को यह वीडियो हिन्दी में जरूर सरकुलेट किया जाय। पहले हर वर्ष पेंशनर्स को बैंक या कार्यालय जाकर जीवन प्रमाण पत्र जमा करना पड़ता था

किन्तु अब सरकार द्वारा इस प्रक्रिया को, डिजिटल रूप से जमा करने का विकल्प उपलब्ध कराकर काफी सुगम बना दिया गया है। इसे Digital Life Certificate (Jeevan Pramar) कहा जाता है। यह 100% paperless, hassle-free और सुरक्षित प्रक्रिया है, जिसे घर पर बैठे ही मोवाइल,कंप्यूटर एवं इंटरनेट के माध्यम से पेंशनर द्वारा स्वयं ही किया जा सकता है ।वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया की डिजिटल लाइफ सर्टिफेकेट प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यशाला आयोजित करने का उद्देश्य है की पेंशनरों को परेशान न होना पड़े इसका रेलवे प्रशासन हमेशा प्रयास करता है। इसी निमित्त भारत सरकार ने डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र (डी.एल.सी.) अभियान चलाया है, जिसका उद्देश्य है कि पेंशनरों को जीवन प्रमाण-पत्र के लिये बैंक या कार्यालय के चक्कर न लगाना पड़े। डिजिटल लाइफ सर्टीफिकेट बन जाने पर यह बैंक और रेलवे दोनों में एप के माध्यम से स्वतः अपडेट हो जाता है।

पिछले वर्ष रेलवे पर लगभग तीन लाख पचहत्तर हजार डिजिटल लाइफ सर्टीफिकेट जमा हुये थे, इस वर्ष भी रेलवे प्रशासन भरपूर जागरूकता अभियान चला रहा है। इसके अतिरिक्त भी जहाँ भी जरूरत होगी, हम सब पेंशनरों की मदद के लिये तत्पर हैं। जो रेलकर्मी सेवानिवृत्त हो जाते हैं, उनके जीवन को आसान बनाने के लिये यह अभियान चलाया जा रहा है। इसमें पेंशनर एसोसियेशन से भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। लेखा विभाग के तरफ से हम सभी तरह की समस्याओं के समाधान हेतु तत्पर हैं।इस अवसर पर कार्मिक विभाग द्वारा तैयार की गई वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से पेंशनर्स को डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाने की पूरी प्रक्रिया क्रमबद्ध रूप से समझाई गई तथा उसे सबमिट करने की जानकारी भी दी गई ।

इलेक्ट्रॉनिक प्रमाण पत्र एक बार बन जाने के बाद यह सीधे पेंशन वितरण एजेंसी (PDA) तक पहुँच जाता है। पेंशनर्स को हर वर्ष जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है। Jeevan Pramaan App को Play Store से डाउनलोड करे। ‘Generate Life Certificate’ पर क्लिक करें। पेंशनर का नाम, PPO नंबर, बैंक नाम आति भरें। आधार आधारित बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करें (Aadhar Face RD सफल होने पर Life Certificate ID प्रास होगी। यह प्रमाण पत्र आपके विभाग और बैंक में स्वतः भेज दिया जाता है।इस अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे पेशनर्स एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष श्री प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा की डिजिटल युग में ऑन लाइन जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना बेहद आसान एवं सुरक्षित है, घर बैठे आप अपना जीवन प्रमाण पत्र बना कर अपने बैंक भेज सकते हैं और बेवजह भाग-दौड़ से बच सकते है । यह प्रक्रिया सरल और पूरी तरह से पारदर्शी है,पेंशनरों को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए ।

अपर महाप्रबंधक/यूनियन बैंक प्रेम नाथ राय, शाखा प्रबंधक /बैंक ऑफ इण्डिया मो शाहदाब आलम, एवं शाखा प्रबंधक/ स्टेट बैंक शशांक प्रताप ने भी बैंकों द्वारा पेशनरों को दी जा रही सुविधाओं तथा डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाये जाने के सहयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया। कार्यशाला में भारतीय स्टेट बैंक के प्रतिनिधि ने डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया को पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कार्मिक, लेखा, बैंक, पेंशनर एसोसियेशन के पदाधिकारी एवं रेल कर्मचारी उपस्थित थे।
डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र (डी.एल.सी.) 4.0 प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यशाला का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी श्री अभिनव कुमार सिंह द्वारा किया गया ।


रिपोर्ट विजयलक्ष्मी तिवारी

 

 

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