दिनांक 27-11-2025 को एसटीएफ उ०प्र० को फेन्सेडिल कफ सिरप व कोडीन युक्त अन्य दवाओं को नशे के रूप में प्रयोग करने हेत ु इनका अवैध भंडारण एवं व्यापार करने वाले 01 अभियुक्त को लखनऊ से गिरफ्तार करने मे ं सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पता –
1- अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा पुत्र अशोक कुमार सिंह निवासी फ्लैट नं0 2, प्रथम तल, ब्लाक-1, वरूणा इन्क्लेव, सिकरौल, थाना कैण्ट वाराणसी मूल निवासी ग्राम सी पुर पो० भोड़ा थाना सुरेरी जनपद जौनपुर।
बरामदगी-
1- 02 अदद मोबाइल फोन ।
2- 01 अदद फचुनर गाड़ी नं0 यू0पी0 65 एफ0एन0 9777
3- 01 अदद आधार कार्ड ।
4- रू 4500-/ नकद
5- मोबाईल से प्राप्त विभिन्न प्रपत्र ।
गिरफ्तारी का स्थान दिनांक व समय-
ग्वारी चौराहा के निकट, थाना गोमती नगर, लखनऊ। दिनांक 27-11-2025 समय लगभग 07. 00 बजे प्रातः ।
एस०टी०एफ० उत्तर प्रदेश को फेन्सेडिल कफ सिरप व कोडीन युक्त अन्य दवाओं को नशे के रूप में प्रयोग करने हेतु इनका अवैध भंडारण एवं व्यापार करने तथा उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, झारखण्ड, असम, पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश भेजे जाने की सूचना प्राप्त हो रही थी, जिसकी रोकथाम हेतु उत्तर प्रदेश शासन के पत्र संख्या-201 पी/ छ:- पु-3-2024 दिनांक: 12 फरवरी 2024 द्वारा स्पेशल टास्क फोर्स तथा खाद ्य सुरक्षा एवं औषध ि प्रसाधन विभाग उ०प्र० की संयुक्त जांच समिति का गठन किया गया था।
जांच के दौरान भारी मात्रा में अवैध फेन्सेडिल कफ सिरप को बरामद कर थाना सुशान्त गोल्फ सिटी, कमिश्नरेट लखनऊ में मु0अ0सं0-182/2024 धारा 420/467/468/471/34/120बी / 201 भा०५०वि० पंजीकृत कराया गया था। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा दी गई जांच के अनुपालन में श्री लाल प्रताप सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एस०टी०एफ0, लखनऊ के पर्यवेक्षण में निरीक्षक अंजनी कुमार पाण्डेय, निरीक्षक आदित्य कुमार सिंह, हे०का० विनोद सिंह, हे का० गौरव सिंह, हे०का० अखिलेश कुमार, हे०का० प्रभाकर पाण्डेय, हे०का० सुनील कुमार सिंह, हे०का० शेर बहादुर, हे०का० कृष्ण कुमार त्रिपाठी की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
एस०टी०एफ० द्वारा अभियोग की विवेचना के दौरान प्रकाश में आये अभियुक्त विभोर राणा एवं विशाल सिंह पुत्रगण गजराज सिंह निवासी शास्त्री नगर थाना सदर बाजार, सहारनपुर को दिनांक 12-11-2025 को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित प्रकाश में आये अभियुक्त अमित कुमार सिंह उर्फ अमित टाटा को अभिसूचना के आधार पर ग्वारी चौराहा के निकट, थाना गोमती नगर, लखनऊ से पकड़ा गया तथा विस्तृत पूछताछ हेतु एस०टी०एफ० मुख्यालय लाया गया।
उपरोक्त अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ विकास सिंह के माध्यम से मेरा परिचय शुभम जायसवाल पुत्र भोला प्रसाद निवासी कायस्थ टोला प्रहलाद घाट वाराणसी से हुआ था। विकास सिंह ने बताया था कि शुभम जायसवाल का एबॉट कंपनी की फेन्सेडिल कफ सिरप का शैली ट्रेडर्स के नाम से बड़ा कारोबार रांची, झारखंड में है। कोडीन युक्त फेन्सेडिल कफ सिरप नशे के रूप में प्रयोग होता है, जिसकी काफी डिमांड पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में है। इसकी तस्करी में बहुत फायदा है। अगर उसके धंधे में कुछ पैसे लगाओगे तो काफी आमदनी होगी, इस पर मैं लालच में आकर तैयार हो गया।
हम दोनों ने विकास सिंह के माध्यम से शुभम जायसवाल व उसके अन्य पार्टनरों के साथ बातचीत की और उन लोगों ने धनबाद में मेरा देवकृपा मेडिकल एजेंसी के नाम से जनवरी 2024 में फर्म बनवा दी। फर्म का सारा लेनदेन शुभम जायसवाल व उसके पार्टनर तथा उसका सी०ए० देखता था। धनबाद के बिजनेस मे ं मैंन े 5 लाख रूपये लगाया। मुझको इन लोगों ने लगभग 20-22 लाख रुपए दिए। म ै ं धनबाद 2-3 बार ही गया हूं। इसके बाद इन लोगों के कहने पर मेरे नाम से बनारस मे ं भी ड्रग लाइसेंस लेकर फर्म खुलवाई। मेरे नाम से मेडिकल के नाम से फर्म खुलवाई। इसका भी सारा लेन-देन शुभम जायसवाल व उसके साथी देखते थे। बनारस की फर्म में दो-तीन महीन े ही फेन्सेडिल का व्यापार होना बताया।
उसके बाद एबॉट कंपनी द्वारा फेन्सेडिल कफ सिरप बनाना बंद हो गई। बनारस की फर्म मे ं भी लगभग 8 लाख रुपए का लाभ अलग-अलग समय पर शुभम ने दिया था। सारे रुपये नकद मिलते थे जिन्हें म ै ं अपनी पत्नी साक्षी सिंह के बैंक अकाउंट मे ं डाल देता था। शुभम जायसवाल एवं उसके पार्टनरों के एबॉट कंपनी के अधिकारियों से मिलकर 100 करोड से अधिक का कफ सीरप खरीदा था, जिसमें ज्यादातर सिरप फर्जी खरीद-बिक्री बिल, ई-वे बिल बनाकर तस्करी कर बेच दिया गया है।
रांची, गाजियाबाद मे ं पुलिस एवं एस0टी0एफ0 टीम द्वारा इसके गैंग के सौरभ त्यागी, विभोर राणा आदि को गिरफ्तार कर लेने के कारण शुभम जायसवाल अपने परिवार एवं पार्टनर वरुण सिंह, गौरव जायसवाल के साथ दुबई भाग गया है। शुभम जायसवाल फेसटाइम ऍप के माध्यम से बात करता हैं। शुभम जायसवाल व उसके पार्टनर द्वारा हम लोगों के अलावा अन्य काफी लोगों के नाम से भी इसी प्रकार फर्जी फर्म बनवाकर फेन्सेडिल कफ सीरप के कूटरचित बिल और ई-वे बिल तैयार कर फर्जी खरीद बिक्री दिखाकर उसको तस्करों के हाथ बेचकर भारी मुनाफा कमाते ह ै ं इसम े ं एबॉट कंपनी के अधिकारी भी संलिप्त हैं।
गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध पूर्व से पंजीकृत मु0अ0सं0 182/2024 धारा 420, 467, 468, 471, 34, 120बी, 201 भा००वि० थाना सुशान्त गोल्फ सिटी, कमिश्नरेट लखनऊ में दाखिल कर अग्रिम विधिक कार्यवाही एस0टी0एफ0 द्वारा की जाएगी।
अभियुक्त उपरोक्त का अब तक का ज्ञात आपराधिक इतिहास-
1- 289/2014 धारा – 147, 148, 149, 307 भादवि व 7 सीएलए थाना सारनाथ जनपद वाराणसी।
2- मु0अ0सं0 191/2015 धारा 3/7/25 आमर्स एक्ट कैंट जनपद वाराणसी।
3- मु0अ0सं0 292/2016 धारा 25 आर्म्स एक्ट थाना कैंट जनपद वाराणसी ।
4- मु0अ0सं0 608/2021 धारा 504/506 भा०द०वि० थाना कैंट जनपद वाराणसी।
5- मु0अ0सं0 134 / 2023 धारा 147, 148, 307, 120बी, 506 भादवि थाना सारनाथ जनपद वाराणसी।
6- मु0अ0सं0 182/2024 धारा 420, 467, 468, 471, 34, 120बी, 201 भा००वि० थाना सुशान्त गोल्फ सिटी, कमिश्नरेट लखनऊ।
7- मु0अ0सं0 177/2025 धारा 115 (2) / 352/351 (3) / 110 बी

रिपोर्ट विजयलक्ष्मी तिवारी











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