छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुई मां धर्मा देवी फाउंडेशन ट्रस्ट की बैठक

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छत्तीसगढ़  , मां धर्मा देवी फाउंडेशन ट्रस्ट के प्रदेश सहसचिव यशवन्त नायक, प्रदेश महामंत्री जे. संतोष को पुष्पमाला भेंट कर किया गया सम्मानित , एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य लोकेश सिन्हा को पदोन्नति कर प्रदेश सहकोषाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया।

बैठक पर विशेष रूप से प्रदेश अध्यक्ष प्रभा सेन्द्रे, प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष युवराज सेन्द्रे, उपाध्यक्ष पूजा शुक्ला,प्रदेश सहसचिव यशवन्त नायक, प्रदेश कोषाध्यक्ष हेमलता कौशिक, राजधानी रायपुर के जिला उपाध्यक्ष मंजू बंजारे, एवं प्रदेश प्रभारी सेन्द्रे उपस्थित रहे,

इस बैठक को सफल बनाते हुए सभी ने अपनी अपनी राय और विचार सुनाने के पश्चात जानकारी उपलब्ध करवाते हुए कहा कि मां धर्मा देवी फाउंडेशन ट्रस्ट परिवार का उद्देश्य एवं लक्ष्य है।

कि बालक – बालिकाओं के शैक्षणिक विकास के लिए प्रारम्भिक स्तर से लेकर उच्च स्तर तक के विद्यालय की स्थापना करना तथा उसका संचालन करना,ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में शिक्षा के स्तर का विकास करने के लिए विधालय तथा महाविद्यालय की स्थापना एवं संचालन करना,नवीन शिक्षा प्रणाली के तहत सभी विषयों एवं भाषाओं का ज्ञान करना, बालक/बालिकाओं को कम्प्यूटर एवं तकनीकी शिक्षा का अवसर प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण केन्द्र एवं कालेज की स्थापना तथा संचालन करना,समाज कल्याण विभाग तथा

केन्द्रीय एवं राज्य समाज कल्याण सलाहकार बोर्ड शिक्षा,कपाट, नाबार्ड, जिला ग्राम्य विभाग,नेडा डूडा,मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित बाल एवं महिला कल्याण कार्यक्रमों का भागीदार करना,ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए चिकित्सालय एवं नर्सिंग होम की स्थापना करना,परिवार कल्याण हेतु विभिन्न कार्यक्रमो, शिविरों, सम्मेलनों तथा गोष्ठियों का आयोजन कर जन्म दर एवं मृत्यु दर को कम करने का प्रयास करना,स्वास्थ्य के स्तर को उठाने के लिए ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में शिविरों एवं संगोष्ठी का आयोजन करना,रक्तदान शिविरों का आयोजन करवाना

, विभिन्न सरकारी योजनाओं के अन्तर्गत विकलांग व्यक्तियों के लिए पुनर्वास केंद्रों की निःशुल्क स्थापना करना,समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना एवं संगीत विद्यालय की स्थापना करना,समाज में खेल भावना एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने हेतु खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करना,पर्यावरण प्रदूषण के प्रति जागरूकता एवं प्रदूषण से होने वाले नुकसान पर प्रदर्शनी, शिविर का आयोजन एवं वृक्षारोपण कराना,कुष्ठ रोगों का निवाकरण एवं रोगियों हेतु आश्रम की स्थापना कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना,आंगनवाड़ी, बालवाड़ी, प्रौढ़ शिक्षा अनौपचारिक शिक्षा के अन्तर्गत कार्यक्रमों का संचालन करना,समस्त समाज सेवा,देश सेवा, राष्ट्र सेवा एवं ग्राम्य सेवा का

कार्य करना,क्षेत्र के समग्र विकास के परिप्रेक्ष्य में खादी ग्रामोद्योग आयोग बोर्ड द्वारा स्वीकृत हस्त निर्मित प्रवृत्तियों के अनुसार मुख्यतः खादी ग्रामोद्योग की गतिविधियों को अपनाना,पिछले वर्ग अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों के अनुसार उनकी सहायता करना एवं उन्हें निःशुल्क मार्गदर्शन देना, चिकित्सा के क्षेत्र में सुविधा प्रदान कर लोगों को विभिन्न भयंकर बीमारियों जैसे, कैंसर, तपेदिक, मलेरिया, मोतियाबिंद, एड्स,पल्स पोलियों, टीकाकरण तथा हेपेटाइटिस जैसे भयंकर बीमारियों के बारे में लोगों को जानकारी देना,महिलाओं के विकास के लिए सिलाई, कढ़ाई,कटाई, पेंटिंग,काष्ट कला आदि की शिक्षण एवं हस्त शिल्प के शिक्षण/ प्रशिक्षण

केन्द्र निःशुल्क व्यवस्था करना,मध निषेध, नशा उन्मूलन के प्रति जागरूकता लाना एवं उनके पुनर्वास एवं रोकथाम के लिए विभिन्न कार्यक्रमो का संचालन करना,बाल श्रम के प्रति जागरूकता उत्पन्न करके बालकों को शिक्षित करना तथा उन्हें स्वत रोजगार हेतु प्रेषित करना,स्वजल धारा कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्रामीण पेयजल एवं ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम करना,गंगा एक्शन प्लान के अन्तर्गत ग्रामीण पेयजल एवं ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम करना,ग्रामीण विकास के लिए गांव की सड़कें, नाली, ग्रामीण शौचालय, पेयजल, बिजली आदि की व्यवस्था करने का प्रयास करना,दैवीय आपदाओं के समय जनता की हर संभव मदद करना,कन्याओं की भ्रूणहत्या रोकने की दशा में जागरूकता अभियान चलाना

,यह संस्था निःशुल्क/सामान्य शुल्क पर विभिन्न आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों द्वारा औषधियों का उत्पादन करके प्रचार प्रसार, उपयोग और वितरण के प्रति जागृति पैदा करने का कार्य करेंगी, हस्तशिल्प (हैण्डी क्राफ्ट) के विभाग से समस्त कार्यक्रम में सहभागिता करना,जनसंख्या की बढ़ती हुई गति को कम एवं नियमित करने हेतु सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यक्रमों को क्रियान्वित करना,सामाजिक कुरीतियों का उन्मूलन, नशा तथा दहेज प्रथा धूम्रपान,जुआ तथा नशीली दवाओं का प्रयोग आदि के साथ साथ समाज में फैले अन्धविश्वास छुआ -छूत आदि रीति रिवाजों को दूर करना,पशु पालन/मत्स्य पालन के बारे में लोगों को अवगत कराना एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था करना,स्वयं सहायता समूह का

गठन करना तथा असहाय निर्धन महिला श्रमिकों के कल्याणार्थ कार्य करना एवं शहरी व ग्रामीण उपभोक्ताओं में जागरूकता एवं उनके हक अधिकार को दिलाना,ग्रामीण क्षेत्र के गरीब असहायों के रुकने – ठहरने एवं पेयजल की उत्तम निःशुल्क व्यवस्था करना, ग्रामीण क्षेत्र के असहायों, जरुरतमंदों के बेटियों की शादी विवाह हेतु निःशुल्क मैरेज हॉल एवं शौचालय व स्नानगार की व्यवस्था करना एवं ट्रस्ट के माध्यम से दोनों पक्षों की शादी कराना एवं रजिस्टर्ड कराना एवं सामुहिक विवाह का आयोजन करना।

मां धर्मा देवी फाउंडेशन ट्रस्ट सम्पूर्ण भारत में उन जरुरतमंदों के लिए कार्य कर सकती हैं।

 

रिपोर्ट –  सुरेश कुमार शर्मा

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