चित्रकूट मिशन शक्ति के अंतर्गत आयुषग्राम संस्कृत विज्ञान उच्चतर माध्यमिक गुरुकुलम,पुरवा तरौंहा की कक्षा नौ की छात्रा नव्या मानिकपुरी ने एक दिन की जिला कृषि अधिकारी बन सुनी किसानों की समस्याएं और उनका मौके पर ही समाधान किया ।
नव्या ने कहा कि कृषि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमारे देश का बड़ा वर्ग खेती किसानी से जुड़े कार्यों में संलग्न है।
अवस्थापना संबंधी विकास के चलते कृषिगत क्षेत्रफल संकुचित हो रहा है जिससे खेती में कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण काम है।
अतः किसान भाई वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए उपाय अपनाकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे निवेशों की वितरण व्यवस्था भी समझी ।
राजकीय कृषि बीज भंडार कर्वी का निरीक्षण कर वहां उपस्थित किसानों शीतल प्रसाद ग्राम मकरी व जमालुद्दीन ग्राम पहाड़ी को पीओएस मशीन से अंगूठा लगवाकर मसूर के उन्नतशील बीज बांटे ।
प्रगतिशील किसान सतीश चंद्र को अपनी गृह वाटिका में लगाई सब्जियों में कीट नियंत्रण हेतु जैविक कीटनाशक नीम का तेल कृषि विभाग द्वारा 50% अनुदान पर उपलब्ध कराया ।
कार्यालय में आने वाले किसानों एवं उर्वरक विक्रेताओं से नव्या ने वार्ता की उनकी समस्या का समाधान भी किया गया।
किसानों ने बीज न मिलने पर उनके कागजात देखे और कहा कि पहले कृषि विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराएं तभी बीज उपलब्ध हो सकेगा ।
कुछ किसानों ने खाद की उपलब्धता न होने पर बताया कि खाद आने वाले है एक दो दिनों में ही सभी उर्वरक बिक्री केंद्रों पर पहुंचेगी ।
अपना आधार कार्ड से सत्यापन कराकर खतौनी जमाकर रकबे के अनुसार खाद प्राप्त कर सकते हैं। नव्या द्वारा कहा गया कि फसलों में वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों द्वारा संतुलित मात्रा में ही प्रयोग करें।
संतुलित उर्वरक के प्रयोग से जहां पर्यावरण संरक्षण होता है वहीं उत्पादन भी अपेक्षा के अनुरूप मिलता है।
संस्तुत मात्रा में खाद डालना फसलों को कीट व्याधियों से बचाता है, अतः सभी को संतुलित उर्वरक प्रयोग करना चाहिए।
रिपोर्ट – सुनील यादव











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