चन्दौली इलिया
बाबा जागेश्वर नाथ हेतिमपुर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी चंद्रप्रभा नदी के तटों पर भोर होते ही सैकड़ों लोगो ने पवित्र स्नान, पूजा-पाठ और दीपदान के लिए पहुंचे।
जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए थे। पुलिस नाव और नाविकों को तैनात किया गया था।
किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार सावधानी बरतने की अपील की जा रही थी।
श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा पर आवला के पेड़ के नीचे भोजन बनाकर आंवला के पेड़ के पास पूजा पाठ विधी विधान द्वारा किया गया व भोजन को अर्पण कर प्रसाद हजारों श्रद्धालुओं ने अर्पण किया
हिंदू धर्म में कार्तिक मास की पुर्णिमा तिथि को वर्ष का सबसे पवित्र दिन माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गंगा में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा 4 नवंबर की 4 बजे भोर से शुरू होकर 5 नवंबर की शाम 6:48 बजे तक रही। ब्रह्ममुहूर्त में स्नान (सुबह 4:52 से 5:44 बजे तक) का विशेष महत्व बताया गया है।
बाबा जागेश्वर नाथ महंत प्रबंधक अनूप गिरी ने बताया कि जो श्रद्धालु तीर्थ स्थानों पर नहीं जा सके, उन्होंने घर पर ही गंगाजल मिलाकर स्नान कर धर्मलाभ प्राप्त किया। स्नान के बाद पीले या सफेद वस्त्र धारण करना शुभमाना जाता है, जो सत्व, शांति और भक्ति का प्रतीक हैं। इस दिन अन्न, वस्त्र, तिल, घी या चांदी का दान करना भी अत्यंत फलदायी माना गया है।
बाबा जागेश्वर नाथ समिति द्वारा स्नान करने आई श्रद्धालु को भोर से ही हलवा एवं चाय के वितरण किया गया इस दौरान
शान्ति देवी रितु कुमारी उषा कुमारी शैलकुमारी प्रिया कुमारी अंजनी यादव रानी मोदनवाल श्वेता पांडे अजंता तिवारी विजयलक्ष्मी मौर्य रागनी विश्वकर्मा सुमन कुमारी संगीता देवी हजारों श्रद्धालु बाबा जागेश्वर नाथ चंद्रप्रभा नदी के तट पर नदीके तट पर डुबकी लगाई।
रिपोर्ट – अलीम हाशमी











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